
किडनी खराब होने के शुरुआती लक्षण जैसे थकान, सूजन और पेशाब की समस्या को नजरअंदाज मत कीजिए। समय रहते बचाव के उपाय अपनाकर बड़ी परेशानी से बचा जा सकता है, आइए जाने इसके बचाव और उपाय।
हमारे शरीर में किडनी बहुत ही अहम काम करती है। यह खून को साफ करने, शरीर से ज़हरीले तत्व बाहर निकालने और पानी व मिनरल का संतुलन बनाए रखने का काम करती है। अगर किडनी सही से काम न करे तो धीरे-धीरे कई तरह की दिक्कतें सामने आने लगती हैं। शुरुआत में लोग अक्सर इन लक्षणों को हल्के में ले लेते हैं और यही वजह होती है कि बाद में बीमारी बढ़ जाती है।
किडनी खराब होने के शुरुआती लक्षणों को पहचानना ज़रूरी है, ताकि सही समय पर इलाज और बचाव किया जा सके। थकान बने रहना, चेहरे और पैरों में सूजन आना या पेशाब में बदलाव आना – ये सब इसके आम संकेत हो सकते हैं। अगर इन्हें समय रहते समझ लिया जाए तो बड़ी परेशानी से बचा जा सकता है।
इस लेख में हम आपको बताएंगे कि किडनी खराब होने के शुरुआती लक्षण कौन-कौन से हैं और किन उपायों को अपनाकर आप अपनी किडनी को लंबे समय तक स्वस्थ रख सकते हैं।
किडनी क्यों है शरीर के लिए ज़रूरी?
हमारा शरीर एक मशीन की तरह काम करता है और किडनी इसमें फ़िल्टर का काम करती है। यह खून को साफ करती है, शरीर से बेकार और ज़हरीले तत्व बाहर निकालती है और पानी व मिनरल का संतुलन बनाए रखती है। अगर किडनी ठीक से काम न करे तो शरीर में गंदगी जमा होने लगती है, जिससे कई गंभीर बीमारियाँ हो सकती हैं।
किडनी का मुख्य कौन कौन से कार्य होते है।
किडनी का मुख्य काम खून को साफ करके शरीर से यूरिक एसिड और टॉक्सिन बाहर निकालना तथा शरीर में पानी और नमक का संतुलन बनाए रखना। साथ ही ये ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल करता है। इसलिए किडनी को स्वस्थ रखना बहुत जरूरी है।
किडनी सही से काम न करने पर क्या होता है?
जब किडनी कमजोर होने लगती है तो शरीर तथा पैर में सूजन, थकान और पेशाब की समस्या जैसी दिक्कतें सामने आने लगती हैं। समय पर ध्यान न देने पर यह बीमारी गंभीर रूप ले सकती है।
किडनी खराब होने के शुरुआती लक्षण।
शरीर में लगातार थकान रहना
अगर बिना किसी भारी काम के भी आपको थकान महसूस होती है, तो यह किडनी की गड़बड़ी का संकेत हो सकता है।
चेहरे और पैरों में सूजन आना
किडनी खराब होने पर शरीर में पानी रुकने लगता है, जिससे चेहरे, पैरों और टखनों में सूजन आ सकती है।
पेशाब की मात्रा और रंग में बदलाव
पेशाब ज्यादा आना, कम आना, झागदार होना या रंग बदलना – ये सब किडनी रोग के संकेत हो सकते हैं।
भूख न लगना और वजन घटना
जब किडनी सही से काम नहीं करती, तो शरीर में टॉक्सिन बढ़ जाते हैं, जिससे भूख कम हो जाती है और धीरे-धीरे वजन भी घटने लगता है।
नींद न आना या ध्यान न लगना
किडनी की समस्या से दिमाग पर भी असर पड़ता है, जिससे नींद पूरी नहीं होती और ध्यान लगाने में परेशानी होती है।
सांस फूलना या सीने में भारीपन
किडनी कमजोर होने पर शरीर में पानी जमा होने लगता है, जिससे फेफड़ों और दिल पर दबाव पड़ता है और सांस लेने में दिक्कत होने लगती है।
किडनी खराब होने के मुख्य कारण
हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज़ किडनी को सबसे ज्यादा नुकसान पहुँचाने वाली बीमारियाँ मानी जाती हैं। इसके अलावा अगर लंबे समय तक ज्यादा दवा या पेनकिलर का सेवन किया जाए तो यह भी किडनी को नुकसान पहुँचा सकता है। वहीं, ज्यादा नमक और जंक फूड खाने की आदत धीरे-धीरे किडनी को कमजोर बना देती है और भविष्य में गंभीर समस्याएँ खड़ी कर सकती है।
किडनी को बचाने के कुछ प्रमुख उपाय
किडनी को लंबे समय तक स्वस्थ रखने के लिए जीवनशैली में कुछ आसान लेकिन ज़रूरी बदलाव करना चाहिए। सबसे पहले अपने खाने-पीने पर ध्यान दें। रोज़मर्रा के खाने में हरी सब्ज़ियाँ, ताज़े फल, दाल और साबुत अनाज शामिल करें और तली-भुनी या प्रोसेस्ड चीज़ों से दूरी बनाएँ। पर्याप्त मात्रा में पानी पीना भी बहुत ज़रूरी है, क्योंकि इससे शरीर की गंदगी बाहर निकलती रहती है और किडनी पर ज़्यादा दबाव नहीं पड़ता।
अगर आपको डायबिटीज़ या हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है, तो उसे कंट्रोल में रखें, क्योंकि ये दोनों बीमारियाँ किडनी के लिए सबसे बड़ा खतरा बन सकती हैं। नियमित व्यायाम, योग या थोड़ी-बहुत सैर करने से भी किडनी हेल्दी रहती है। धूम्रपान और शराब जैसी आदतें छोड़ना बेहद ज़रूरी है, क्योंकि ये सीधे किडनी को नुकसान पहुँचाती हैं।
साथ ही, साल में एक बार किडनी और ब्लड टेस्ट जरूर कराएँ, ताकि किसी भी समस्या का पता शुरुआती स्तर पर ही लग जाए। सही खानपान, पर्याप्त पानी और हेल्दी लाइफस्टाइल से किडनी को लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है।
कब करें डॉक्टर से संपर्क?
- अगर चेहरे और पैरों में लगातार सूजन बनी रहे।
- पेशाब में खून, झाग या जलन हो।
- अचानक से वजन बढ़े या घटे।
- लगातार थकान और सांस लेने में दिक्कत हो।
अंत में हम यही कहेंगे कि किडनी हमारे शरीर का एक ज़रूरी हिस्सा है। इसके शुरुआती लक्षणों को नज़रअंदाज़ करना खतरनाक हो सकता है। अगर समय रहते ध्यान दिया जाए और सही जीवनशैली अपनाई जाए, तो किडनी को लंबे समय तक स्वस्थ रखा जा सकता है।
आप इस विषय पर क्या सोचते हैं? अपनी राय Comment में ज़रूर बताइए, आपका एक विचार कई लोगों को प्रेरित कर सकता है। ✍️


